भैंस की सवारी

एक बार नवाब अपने गांव जा रहे थे । रास्ते में उन्होंने देखा कि कुछ बच्चे मस्त भैंस की पीठ पे मौजी खाते जा रहे थे । नवाब के curious mind में भैंस की सवारी का एक्सपीरियंस लेने की उत्सुकता बनी । गांव पहुंचते ही नवाब ने प्लान बनाया कि बिना किसी को बताए, मिस्टर A के पास जाकर भैंस की सवारी करेंगे । नवाब चप्पल पहने मिस्टर A के घर की तरफ निकल लिए, जो कि 10 मिनट की दूरी पर था । नवाब पहुंच गए । इत्तेफाक से मिस्टर A ने उस वक़्त भैंसो को पानी पीने के लिए खुला छोड़ रखा था । नवाब चुनने लगे कि कौनसी भैंस बेस्ट रहेगी

नवाब calculation कर रहे थे कि भैंस के ऊपर चढ़ें तो चढ़ें कैसे । कुछ चढ़ने का support कहीं से मिल जाए तो एक बार ऊपर बैठने के बाद तो balance बन जाएगा । एक बड़े पत्थर के पास नवाब को एक मस्त भैंस घास चरती दिखी । नवाब के दिल से आवाज आई कि 'she's the one'. नवाब ने आव देखा ना ताव और एक पैर उस पत्थर पर रखकर लपककर भैंस के ऊपर छलांग मार दी और अपने आप को स्थिर स्थिति में सीधा बैठा लिया । पहले ही अटेम्प्ट में projectile सीधा टारगेट पे पहुंचाकर नवाब को बहुत खुशी हुई । भैंस भी आराम से पूरा cooperate कर रही थी, जैसे नवाब का ही उसे इंतज़ार था । नवाब खुशी के मारे चिल्ला रहे थे । 

एकाएक अचानक भैंस को पता नहीं क्या सूझा, उसने अपना सिर हिलाकर गले की घंटी बजाई और झट से तेज दौड़ने लगी । नवाब की पोजिशन भैंस की पीठ पर थोड़ा पीछे की तरफ थी । दौड़ती भैंस के पिछवाड़े की jump के wave motion का amplitude नवाब की फिजिक्स के बाहर था । वे 1.5 फीट हवा में उछले और धच से कीचड़ में जा गिरे । नवाब का icegrey पैंट अब ब्राउन हो गया था । नवाब भंडे पैंट में वही 10 मिनट का रास्ता चलते चलते वापस अपने घर पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया । 

शुक्र है उन्हें चोट नहीं लगी, लेकिन लग सकती थी ।
अगर हम हर नई चीज़ से डरेंगे तो experiences नहीं होंगे, और बिल्कुल किसी से ना डरें तो वो पागलपन होगा । हमें चाहिए कि सही चीज़ों से डरें, और इतना ही डरें कि सुरक्षित रहें और सुरक्षित रखें, और उन डरों को - जो हमें पूरा जीने से रोकते हैं - समय के साथ थोड़ा थोड़ा खत्म करते रहें । डर से डरें, लेकिन थोड़ा सा उसके आगे भी बढ़ें । डर के आगे कुछ भी हो सकता है। जियो खुलके।