पान खाए मुनिया
एक थी मुनिया । मुनिया दिखने में गजब थी, लेकिन थी यूपी की देसी लौंडिया । उसकी BA ho चुकी थी और तय्यारी चल रही थी । घर में मुनिया की शादी के चर्चे चल रहे थे । एक दिन किसी जगह उसके रिश्ते की बात चली । लड़का था तो केमिकल इंजिनियर, लेकिन काम TCS में कोडिंग का करता था । घर वालों ने उसकी और मुनिया की सगाई से पहले मिलने की डेट फिक्स कर दी ।
डेट वाले दिन मुनिया तय टाइम पर उस पार्क में पहुंच गई । लड़का (नाम लल्लन) 45 मिनट की देरी से पहुंच रहा था । व्हाट्सएप पर लाइव लोकेशन शेयर करके उसने मुनिया को सबूत दिया कि वह ट्रैफिक में फंसा हुआ है, ट्रैफिक की एक फोटो भी भेज दी और साथ में देरी के लिए माफी भी मांग ली ।
मुनिया पार्क में अकेले बोर हो रही थी । एक पान की दुकान से उसने एक सुपारी पान खरीदा और डाड के नीचे दबा लिया। पानी की पीक थूकी भी नहीं थी कि लल्लन साहब ऑटो से पहुंच गए । दोनों ने हैंडशेक किया, फिर लल्लन साहब ने समय ना गंवाते हुए एक बेंच पर बैठ कर अपने बारे में बताना शुरू किया । उन्हें ये नहीं समझ आ रहा था कि मुनिया कुछ बोल क्यूं नहीं रही, व्हाट्सएप पर तो बहुत बोलती है, हाथ भी अच्छे से मिलाई थी, स्माइल भी दी थी, फिर अब काहे नहीं बोल रही ?
लल्लन जी की भावनाएं मुनिया के प्रति काफी intense थी । उन्होंने मुनिया से ये तो नहीं पूछा कि वह क्यूं नहीं बोल रही, शायद नाराज़ हो, तो माहौल हल्का करने के लिए funny बनने की कोशिश करने लगे । कोशिश नाकाम होते देख उन्हें anxiety होने लगी । दिल पे हाथ रखकर आखिर उन्होंने थोड़ा रुद्र से स्वर में कह ही दिया "देखो मुनिया, मुझे नहीं पता तुम्हारे मन में क्या है, लेकिन हम तुम से बेइंतहा मोहब्बत करते हैं, हम तुम्हारे साथ घर बसाना चाहते हैं ।
फ्लो फ्लो में लल्लन जी ने इतना बोलकर मुनिया की तरफ आंख बंद करके kiss करने के लिए होठ बढ़ा दिये । मुनिया ने एक हाथ उनके कंधे पे लगाकर उन्हें थोड़ा pushback किया, और साइड में मुंह करके लाल पान की पीक पचाक से थूक दी ।
लल्लन (हैरान होकर): "तुम पान खाती हो?"
मुनिया : hmm
लल्लन: हमारे यहां लड़की पान नहीं खाती । समाज में रेपुटेशन खराब हो जाता है । कोई क्या कहेगा की लल्लन की बहू दो कौड़ी का पान खा रही है !
मुनिया: अबे तो महंगा पान खिला देना बे ।
लल्लन: मुझे ये तरीका तुम्हारा पसंद नहीं आया । हमसे ब्याह करोगी तो पान खाना छोड़ना होगा । हम या पान, एक चीज चुन लो।
मुनिया: पान नहीं छोड़ेंगे ।
लल्लन: तुम्हारे ही भले के लिए कह रहे हैं । बड़े हैं, ऊंच नीच समझते हैं । हमें पता है तुम्हारे घरवालों को भी पसंद नहीं आएगी ये बात । हम मिले हैं उनसे, बड़े नेक लोग हैं। उनकी इज्जत का तो ख्याल रखा करो ।दुनिया क्या कहेगी ।
मुनिया: एक डायलॉग है हमारा, सुनोगे?
लल्लन: सुनाओ ।
मुनिया: पान खाए मुनिया, मां ******* दुनिया ।
और यह कहकर मुनिया ने एक पिचकारी लल्लन के redchief जूते पर मार दी ।
"आर्टिफिशियल लैदर पहना करो बे", कहकर मुनिया उठकर चल दी ।
डेट वाले दिन मुनिया तय टाइम पर उस पार्क में पहुंच गई । लड़का (नाम लल्लन) 45 मिनट की देरी से पहुंच रहा था । व्हाट्सएप पर लाइव लोकेशन शेयर करके उसने मुनिया को सबूत दिया कि वह ट्रैफिक में फंसा हुआ है, ट्रैफिक की एक फोटो भी भेज दी और साथ में देरी के लिए माफी भी मांग ली ।
मुनिया पार्क में अकेले बोर हो रही थी । एक पान की दुकान से उसने एक सुपारी पान खरीदा और डाड के नीचे दबा लिया। पानी की पीक थूकी भी नहीं थी कि लल्लन साहब ऑटो से पहुंच गए । दोनों ने हैंडशेक किया, फिर लल्लन साहब ने समय ना गंवाते हुए एक बेंच पर बैठ कर अपने बारे में बताना शुरू किया । उन्हें ये नहीं समझ आ रहा था कि मुनिया कुछ बोल क्यूं नहीं रही, व्हाट्सएप पर तो बहुत बोलती है, हाथ भी अच्छे से मिलाई थी, स्माइल भी दी थी, फिर अब काहे नहीं बोल रही ?
लल्लन जी की भावनाएं मुनिया के प्रति काफी intense थी । उन्होंने मुनिया से ये तो नहीं पूछा कि वह क्यूं नहीं बोल रही, शायद नाराज़ हो, तो माहौल हल्का करने के लिए funny बनने की कोशिश करने लगे । कोशिश नाकाम होते देख उन्हें anxiety होने लगी । दिल पे हाथ रखकर आखिर उन्होंने थोड़ा रुद्र से स्वर में कह ही दिया "देखो मुनिया, मुझे नहीं पता तुम्हारे मन में क्या है, लेकिन हम तुम से बेइंतहा मोहब्बत करते हैं, हम तुम्हारे साथ घर बसाना चाहते हैं ।
फ्लो फ्लो में लल्लन जी ने इतना बोलकर मुनिया की तरफ आंख बंद करके kiss करने के लिए होठ बढ़ा दिये । मुनिया ने एक हाथ उनके कंधे पे लगाकर उन्हें थोड़ा pushback किया, और साइड में मुंह करके लाल पान की पीक पचाक से थूक दी ।
लल्लन (हैरान होकर): "तुम पान खाती हो?"
मुनिया : hmm
लल्लन: हमारे यहां लड़की पान नहीं खाती । समाज में रेपुटेशन खराब हो जाता है । कोई क्या कहेगा की लल्लन की बहू दो कौड़ी का पान खा रही है !
मुनिया: अबे तो महंगा पान खिला देना बे ।
लल्लन: मुझे ये तरीका तुम्हारा पसंद नहीं आया । हमसे ब्याह करोगी तो पान खाना छोड़ना होगा । हम या पान, एक चीज चुन लो।
मुनिया: पान नहीं छोड़ेंगे ।
लल्लन: तुम्हारे ही भले के लिए कह रहे हैं । बड़े हैं, ऊंच नीच समझते हैं । हमें पता है तुम्हारे घरवालों को भी पसंद नहीं आएगी ये बात । हम मिले हैं उनसे, बड़े नेक लोग हैं। उनकी इज्जत का तो ख्याल रखा करो ।दुनिया क्या कहेगी ।
मुनिया: एक डायलॉग है हमारा, सुनोगे?
लल्लन: सुनाओ ।
मुनिया: पान खाए मुनिया, मां ******* दुनिया ।
और यह कहकर मुनिया ने एक पिचकारी लल्लन के redchief जूते पर मार दी ।
"आर्टिफिशियल लैदर पहना करो बे", कहकर मुनिया उठकर चल दी ।